28 अगस्त 2025 कल का पंचांग तिथि
कल का पंचांग तिथि | kal ka panchang in hindi

कल का पंचांग तिथी:
kal ka panchang in hindi
- कल का पंचांग तिथि | kal ka panchang in hindi
- दिनांक : 28 अगस्त 2025
- वार : गुरुवार
- माह (अमावस्यांत) : भाद्रपद
- माह (पूर्णिमांत) : भाद्रपद
- ऋतु : शरद
- आयन : दक्षिणायन
- पक्ष : शुक्ल पक्ष
- तिथि: पंचमी तिथि (शाम 05:56 बजे तक) उसके बाद षष्ठी तिथि
- नक्षत्र: चित्रा नक्षत्र (सुबह 08:43 बजे तक) उसके बाद स्वाति नक्षत्र
- योग: शुक्ल योग (दोपहर 01:17 बजे तक) इसके बाद ब्रह्म योग
- करण: बलवा करण (शाम 05:56 बजे तक) उसके बाद कौलव करण
- चंद्र राशि: तुला
- सूर्य राशि: सिंह
- अशुभ समय:
- राहु काल: दोपहर 02:03 से दोपहर 03:39 तक
- शुभ मुहूर्त:
- अभिजित : दोपहर 12:02 से दोपहर 12:53
- सूर्योदय: सुबह 06:06
- सूर्यास्त : शाम 06:50
- संवत्सर : विश्वावसु
- संवत्सर(उत्तर) : सिद्धार्थी
- विक्रम संवत: 2082 विक्रम संवत
- शक संवत: 1947 शक संवत
- आज का पंचांग
- कल का पंचांग तिथि | kal ka panchang in hindi
कल का पंचांग
kal ka panchang in hindi
माहिती
हिंदू कैलेंडर चंद्र आधारित है, यानी यह चंद्रमा की कलाओं पर निर्भर करता है। इसमें दिन की शुरुआत सूर्योदय से होती है। इसे पाँच “गुण” दिए गए हैं, अर्थात्:
kal ka panchang in hindi
तिथी
वार
नक्षत्र
योग
करण
उपरोक्त पाँच गुणों को सम्मिलित रूप से पंचांग कहा जाता है।
तारीख:
तिथि दिन के अलग-अलग समय पर शुरू होती है और लगभग 19 से 26 घंटे की अवधि में भिन्न होती है। चन्द्र मास के प्रत्येक दिन को एक तिथि कहा जाता है। अमावस्या, पूर्णिमा, प्रथम, द्वितीय आदि। जब तिथि बदलती है तो चंद्रमा की स्थिति भी बदल जाती है।
वार
सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार
नक्षत्र: अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशीर्ष, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शततारका, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती। ये 27 नक्षत्र हैं और इसी क्रम में आते हैं। अर्थात चंद्रमा एक नक्षत्र से दूसरे नक्षत्र में एक ही क्रम में भ्रमण करता है। चंद्रमा जिस नक्षत्र में होता है वही उस दिन का नक्षत्र होता है।
योग:
विष्कुम्भा, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, शोभन, अतिगण्ड, सुकर्मा, धृति, शूल, गण्ड, वृद्धि, ध्रुव, व्यागत, हर्षण, वज्र, सिद्धि, व्यतिपात, वारियान, परिघ, शिव, सिद्ध, साध्य, शुक्ल, ब्रह्मा, इन्द्र, वैधता
करण: किंस्तुघन, भाव, बल्व, कौलव, तैतुल, गरज, वणिज, विष्टि (भद्रा), शकुनि, चतुष्पाद, नागव।
राशि
एक निश्चित समय के बाद सूर्य एक नक्षत्र से दूसरे नक्षत्र की ओर बढ़ता हुआ दिखाई देता है। यह पथ तीस-तीस अंश के बारह भागों में विभाजित है। इनमें से प्रत्येक क्षेत्र में सत्रह नक्षत्र आते हैं। ये सत्रह नक्षत्र मिलकर एक नक्षत्र बनाते हैं जिसे राशि कहते हैं। ऐसे कुल 12 नक्षत्र हैं। ये राशियाँ क्रमशः मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ, मीन हैं।
यह 12 राशि नक्षत्रों में से एक है। सौरमंडल की सभी वस्तुएँ इससे होकर गुजरती हैं। बारह राशियों के नाम हैं, बारह चन्द्रमासों के नाम हैं। जब सूर्य किसी चन्द्र मास में मेष राशि में प्रवेश करता है तो उस चन्द्र मास का नाम चैत्र होता है। जब सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश करता है तो चंद्र मास वैशाख होता है।
पक्ष:
कृष्ण पक्ष: जैसे-जैसे चंद्रमा का आकार छोटा होता जाता है, यह पक्ष पूर्णिमा से अमावस्या में बदल जाता है
शुक्ल पक्ष: चंद्रमा का आकार बढ़ता है। यह दल अमावस्या से पूर्णिमा तक परिवर्तित हो जाता है
महीने: चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, आश्विन, कार्तिक, मार्गशीर्ष, पौष, माघ, फाल्गुन।
आजचे पंचांग दिनविशेष मध्ये आपले स्वागत आहे इथे आज आपण आजचे पंचांग पाहत आहोत. यात आपल्याला आजच्या पंचागाची माहिती मिळते तसेच आजचे जागतिक दिन व सोने चांदी यांचे भाव हि पहावयास मिळतात, आजचा दिनविशेष तसेच आजच्या इतिहासात घडलेल्या घटना, आजचे जन्म व निधन माहिती पाहण्यासाठी आमच्या साईट “AajchaDinvishesh.com” ला आवश्य भेट द्या.
तसेच रोजचे मराठी WhatsApp Status फोटो पाहण्यासाठी आमच्या फेसबुक पेजला नक्की फॉलो करा.
आमचा Facebook Id : Facebook.com/aajchadinvishesh/
आमचा Instagram Id : Instagram.com/aajchadinvishesh/
तर आमच्या पेजला फॉलो करून रोजचे मराठी दिनविशेष फोटो मिळवा तसेच आपल्या मित्र,मैत्रिणी यांनाही शेअर करा.